Post Office SCSS Plan: पोस्ट ऑफिस की और से सभी वर्ग के लोगो के लिए बचत योजनाएं चलाई जाती है। जिसमे उच्च रिटर्न और कम जोखिम के साथ निवेश कर सकते है। वरिष्ठ नागरिको के लिए सरकार ने सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम शुरू की है,
जिसके लिए पोस्ट ऑफिस में भी खाता खुलवा सकते है। पोस्ट ऑफिस SCSS योजना की मैच्योरिटी अवधि 5 साल होती है, जिसका मतलब है कि आपको 5 साल तक अपनी राशि जमा रखनी होती है और इसके बाद ब्याज सहित आपको रिटर्न मिलता है।
Post Office SCSS Plan
यह योजना उन लोगो के लिए एक अच्छा विकल्प है जो अपने रिटायरमेंट के बाद किसी सुरक्षित निवेश की तलाश में है। SCSS में खाता खोलने के लिए आवेदक की आयु 60 साल या उससे अधिक होनी चाहिए।
हालांकि, रिटायर्ड डिफेंस कर्मचारी 50-60 साल की उम्र में भी इस स्कीम में खाता खोल (Post Office SCSS Plan) सकते हैं। इसके अलावा पति पत्नी मिलकर भी निवेश कर सकते है। आइये जानते है वरिष्ठ नागरिक बचत योजना आपको कितना रिटर्न देती है।
जाने क्या है वरिष्ठ नागरिक बचत योजना ?
भारतीय डाकघर की और से चलाई जा रही इस एससीएसएस स्कीम का लाभ भारत के किसी भी बैंक में जाकर भी लिया जा सकता है। लेकिन हर कोई पोस्ट ऑफिस में ही निवेश करना पसंद करता है।
पोस्ट ऑफिस में आपका पैसा सुरक्षित रहता है और इस पर मिलने वाली ब्याज दर सरकार तय करती है। वर्तमान में सरकार की और से निवेश पर 8.2% ब्याज दर दी जा रही है जो किसी एफडी स्कीम पर मिलने वाली ब्याज से अधिक है।
इतने सालो के लिए Post Office SCSS Plan में निवेश
पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में निवेश करने पर आपका पैसा 5 साल के बाद मैच्योर होता है। अगर आप खाता खुलवाना चाहते है तो 1000 रूपए से खुलवा सकते है इसके अलावा अधिकतम 30 लाख रूपए जमा कर सकते है। जिसका मतलब है कि आप एक व्यक्ति के तौर पर इस सीमा से अधिक निवेश नहीं कर सकते।
दिया जा रहा खास रिटर्न
जहाँ किसी बैंक में एफडी करने पर उच्च ब्याज दर दी जाती है इसके मुकाबले Post Office SCSS Plan में अधिक ब्याज दर मिलती है। अगर कोई आवेदक अपने खाते में 15 लाख रूपए जमा करता है। इस जमा पर सालाना 8.2 फीसदी ब्याज दर लागु की जाएगी।
ऐसे में कैलकुलेट करे तो, 5 साल बाद आपको ब्याज सहित कुल 21,15,000 रुपये मिलेंगे। इसका मतलब है कि 5 साल में आपको लगभग 6,15,000 रुपये ब्याज के रूप में मिलेंगे। अगर तिमाही आधार पर ब्याज देखे तो हर तीन महीने में 30,750 रुपये मिलते है।